करोड़ो रूपयों की टैक्स चोरी के मामले मैं मुंबई APMC ड्रायफ्रूट्स मार्केट के अखरोट व्यापारियों के उपर CBIT का छापा ; व्यापारियों मैं मचा हड़कंप

मुंबई : अखरोट (Walnut) के आयात में कम मूल्यांकन (under-invoicing) करके करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी के मामले मैं मुंबई एपीएमसी ड्रायफ्रूट मार्केट मैं कई व्यापारियो पर छापा पड़ा है। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क राजस्व विभाग (Central Board of Indirect Taxes and Customs)   की और से अखरोट व्यापारियों के ऊपर ‘टैक्स स्ट्राईक’ से मंडी के ड्रायफ्रूट्स   व्यापारिओ मे हडकंप मच गया है । बताया जा रहा है यह चोरी करोड़ों मैं है ।आयातक   जानबूझकर अखरोट की वास्तविक कीमत से कम मूल्य दिखाते हैं ताकि कस्टम ड्यूटी और अन्य टैक्स कम चुकाना पड़े। यह न केवल सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि बाज़ार में प्रतिस्पर्धा को भी प्रभावित करता है।इसलिए पिछले सात दिनों से मार्केट मैं दिन रात जाँच की जा रही है .
 
टैक्स चोरी पर एक बड़ी कार्रवाई करते हुए केंद्रीय राजस्व विभाग   (CBIT ) मुंबई जोन के ADG इंटेलिजेंस यूनिट की अगुआई मैं पिछले सात दिनों से एशिया की सबसे बड़ी थोक मंडी मुंबई कृषि उत्पन्न बाजार समिति के ड्रायफ्रूट मार्केट मैं छपमारी सुरु है. इस छापामारी मैं लगभग 15 से 20 अधिकारी शामिल है . सुबह से लेकर शाम तक चलने वाली इस करवाई को लेकर आक्रोट के व्यापारी आपने दुकान व गोदाम की शॉटर बंद कर दिए है तो कई व्यापारी आधे शटर खोल रखें है . कारवाई के समय दुकान व गोदाम के कर्मचारियो को आने जाने के लिए पूरी तरह जांच किया जा रहा है . 
सूत्रो से पता चला है की इन व्यापारियों पर अखरोट के आयात का कम मूल्यांकन करके अलग-अलग कंपनियों के नाम पर करोड़ रुपये के टैक्स चोरी करने का अनुमान है।  कथित तौर पर अखरोट   मंगाते समय कई फर्मों के माध्यम से चालान में हेराफेरी की और अपने आयात के वास्तविक मूल्य को छिपाने के लिए हवाला चैनलों के माध्यम से भुगतान करने की जानकारी सामने आ रही है .केंद्रीय राजस्व बिभाग के आला अधिकारिओं ने   अब उनके परिचालन की पूरी सीमा तथा इसमें किस तरह की धोखाधड़ी किया गया है इसकी जांच कर रही है।
चिली से अखरोट आयात करने वाली कई व्यापारी सीधे माल न मँगाकर टैक्स   चोरी करते हुए नेपाल की रास्ते भारत मैं मंगाते है और ज़्यादा मुनाफा कमाते है .ऐसी जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी नाम न छापने की शर्त पर दिया है .अखरोट का व्यपार करने वाले कई व्यापारी बिल कम दिखाते है और हवाला के ज़रिए भुगतान करते है . अधिकारिओं को संदेह है कि आयातित वीएलआई (VLI) माल का मूल्यांकन ठीक से नहीं हुआ है, तो विभाग के पास कई अधिकार और प्रक्रियाएं होती हैं जिससे वह मूल्यांकन की जांच और संशोधन कर रहा है। फिलहाल मुंबई एपीएमसी के ड्रायफ्रूट मार्केट मैं हो रही इस कारवाई मैं व्यपारियो मैं हड़कंप मचा हुआ है . कितने करोड़ो की टैक्स चोरी   हुई है इसकी जाँच वरिष्ठ अधिकारी कर रहे है .
-इस मामले मैं जानकारी लिया जा रहा है
ऐसे मामलों में सामान्यतः क्या होता है
-कम इनवॉइस दिखाना: आयातक विदेश से माल मंगवाते समय उसके मूल्य को जानबूझकर कम इनवॉइस पर दिखाते हैं
-TAX की चोरी: कम मूल्यांकन के आधार पर कम टैक्स चुकाया जाता है।
-FSSAI से क्लीयरेंस या NOC लिया गया है क्या .
-आयात से पहले Plant Quarantine NOC / Clearance लेना होता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उसमें कोई कीट या बीमारी नहीं है।
सारे पहलुओं से जाँच किया जा रहा है …